वर्ण विभाग वाक्य
उच्चारण: [ vern vibhaaga ]
उदाहरण वाक्य
- वर्ण विभाग शब्द का भी यही मतलब है।
- प्रज्ञान से ही वाणी में वर्ण विभाग होते हैं।
- प्रज्ञान से ही वाणी में वर्ण विभाग होते हैं।
- वर्ण विभाग में वर्णमाला अर्थात स्वरों व व्यंजनों के विषय में जानकारी होती है।
- एक तो यह कि एक समय ऐसा भी था जब वर्ण विभाग बिलकुल था ही नहीं।
- ज्यादे से ज्यादा यही कि सभी ब्राह्मण ही थे-पीछे वर्ण विभाग हुआ-' न विशेषोऽस्ति वर्णानां सर्वं ब्राह्ममिदं जगत।
- उत्तर:-ग्रीस तथा रोम की देन है 61-समाज के वर्ण विभाग का स्पष्ट उल्लेख सर्व प्रथम किसमें है।
- मगर अब तो नियम का मूल मिट्टी में मिलाकर जब सारी बातें अंध परंपरा एवं मूर्खता के ही आधार पर बनी हैं तो वह अपवाद भी जाता रहा! जैसा कि पहले कहा जा चुका है और अभी-अभी कहा है, वर्ण विभाग के भीतर नीच-ऊँच या छोटे-बड़े की तो बात कभी आई ही नहीं।
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